शुक्रवार, 25 जनवरी 2013

Son And Daughter of Mohammad SAW


साहिबे-कुरआन मुह्म्मदुर्रसूलुल्लाह (सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम) के बेटे-बेटियां
1. कासिम- यह आपकी पहली औलाद हैं । आप सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम की कुन्निय्यत (उपनाम) अबुल कासिम इन्ही के नाम पर है । हजरत खदीजा (रजी.) से पैदा हुये पांव-पांव चलना सीख गये थे कि इन्तिकाल कर गये ।
2. अब्दुल्लाह- यह भी हजरत खदीजा (रजी.) से हैं। इनका लकब तय्यब और ताहिर था । नबूवत के बाद पैदा हुये । इन्हीं के देहान्त पर सूरः कौसर नाजि़ल हुयी । मक्का में बचपन में देहान्त हुआ ।
3. इब्राहिम- हजरत मारिया किबतिय्या से 9 हिजरी में मदीना में पैदा हुये । बरा बिन औंफ की पत्नी उम्मे बुर्दा इन्हें दूध पिलाया था । 18 माह की आयु सीमा पार कर 10 हिजरी में वफात पाई ।
4. जैनब- यह हजरत खदीजा (रजी.) से हैं । नबूवत से 10 साल पहले मक्का में पैदा हुयीं उस समय आप सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम की उम्र 30 वर्ष थी । यह केवल कासिम से उम्र में छोटी थीं । इनका निकाह सगी खाला के लडके अबुल आस से हुआ । हिजरत के सफर में हब्बार बिन असवद के नेज़ा (भाला) मारने से गर्भपात हो गया था । 30  वर्ष की उम्र में 8 हिजरी में इन्तिकाल हो गया । शौहर का इन्तिकाल 12  हिजरी में हुआ । एक लडका अली और लडकी उमामा नाम के पैदा हुये ।
5.रुकय्या- हजरत खदीजा (रजी.) की औलाद हैं । बडी बहन जैनब से 3 साल छोटी थीं । यह उस समय पैदा हुयीं जब आपकी उम्र 33 वर्ष की थी । हजरत उस्मान (रजी.) से निकाह हुआ । अल्लाह की राह में शौहर के साथ हिजरत करने वाली पहली खातून हैं । 2 हिजरी में 21  वर्ष की उम्र में चेचक की महामारी में देहान्त हुआ । उसामा बिन जैद कफन-दफन में शरीक थे । हजरत तल्हा अन्सारी ने कब्र में उतारा हजरत अनस रजि़ फरमाते हैं कि आप सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम इनकी कब्र पर बैठे हुये थे और आंखों से आंसूं बह रहे थे । इनकी कोई औलाद नही थी ।
7.फातिमा- हजरत खदीजा(रजी.) की अन्तिम औलाद हैं। 1 नबूवत में पैदा हुयीं । उस समय आप सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम की उम्र 41  वर्ष थी। आपकी सबसे चहेती बेटी हैं । इन्हें अपनी तीनों बहनों पर इस बात का फख्र है कि केवल इन्ही की नस्ल दुनिया में बाकी हैं । हजरत अली रजि़ से जंग बद्र के बाद निकाह हुआ । 3 रमजान 11 हिजरी मंगल को देहान्त हुआ । इनकी कब्र जन्नतुल बकी में है । वसीयत के मुताबिक शौहर हजरत अली ने इन्हे स्वंय गुस्ल दिया और उन्होंने ही जनाजा की नमाज पढाई । दो लडके हसन, हुसैन और दो लडकियां उम्मे कुलसूम और जैनब नाम की पैदा हुयीं ।

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